हर रिश्ता बेगाना
हर प्यार मतलबी यहाँ
जब तक आप से काम है
रिश्ता हर कोई निभाता यहाँ
वरना तुम कहाँ और मैं कहाँ
ये दस्तूर इस दुनिया का है
जो है अच्छा है
जैसा है अच्छा है
उनके लिए जो बस
अपने वक़्त के साथ
रिश्तो के साथ
मजाक करने आते यहाँ
मेरे जैसे भी कुछ हैं
जो मर कर भी हर रिश्ता
निभाते रहे
टूटते रहे
बार बार
गिरते रहे
फिर भी रिश्ते निभाते रहे
ऐ चेतना
चल आज कुछ के लिए
मर के दिखा
शायद तब ही सीखे
तुमसे तुम्हारे छोटे
जीने की अदा...
Tuesday, August 11, 2009
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its 2 gud di...!!!!!!!
ReplyDeletei simply luvd it...
excellent chetna ji.............simply awesome...
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